किडनी हमारे शरीर का एक बहुत महत्वपूर्ण organ है. इसका काम हमारे शरीर के खून को साफ करना और गंदगी को urine के जरिए से बाहर निकालना है. अगर हमारा किडनी स्वस्थ है, तो हमारा शरीर और भी काफी बीमारियों से बचाता है. इसके अलावा किडनी हमारे blood pressure, सोडियम (sodium) और पोटेशियम (potassium)की मात्रा को भी control में रखता है, दुनियाभर में गुर्दे की बीमारी तेजी से बढ़ रही है. किडनी को healthy रखने के तरीकों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को “विश्व किडनी दिवस” मनाया जाता है.
Table of Contents
किडनी स्वस्थ रखने के उपाय :
एक दिन में पांच ग्राम नमक का ही सेवन करें – जब किडनी हमारे शरीर की गंदगी को हटाने में अक्षम हो जाये, तो उसे किडनी फेल्योर (kidney failure) कहा जाता है. नमक आपके खाने का स्वाद तो बढ़ाता है, लेकिन इसकी अधिकता किडनी पर बुरा प्रभाव डालता है. नमक में ‘सोडियम’ होता है, जो किडनी का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है. विशेषज्ञों के अनुसार हमारे द्वारा भोजन के माध्यम से लिया गया सोडियम किडनी को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है. किडनी खराब होने के 95 फीसदी मामले में खाद्य पदार्थ में अत्यधिक सोडियम को शामिल करना है. विशेषज्ञों का कहना है कि किडनी को स्वस्थ रखने के लिए कम मात्रा में नमक का उपयोग करना चाहिए, WHO ने भी नमक के उपयोग के लिए गाइडलाइन जारी की है. इसमें लोगों को एक दिन में मात्र पांच ग्राम नमक का सेवन करने की सलाह दी गई है. भोजन में नमक का बहुत ज़्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने से blood pressure, दिल से संबंधित रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
किडनी बचाव के लिए पांच फल और सब्जी :
1) लहसुन: लहसुन में सोडियम, पोटेशियम और फास्फोरस कम होता है, जो गुर्दे की बीमारी वाले लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है.
2) बंद गोभी: इसमें विटामिन के, सी और बी और फाइबर होता है, जो गुर्दे की बीमारियों से बचाता है.
3) जामुन: इसमें सोडियम, पोटेशियम और फास्फोरस की मात्रा कम होती है, जो किडनी के लिए बिलकुल सही है.
4) लाल अंगूर: यह किडनी फ्रेंडली फ्रूट है. इसमें विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अच्छी होती है.
5) अनानास : इसमें बहुत कम पोटेशियम, ज्यादा फाइबर व ब्रोमलेन होता है. इसका सेवन किडनी की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए फायदेमंद है.
अनावश्यक दवाओं का सेवन न करें : अनावश्यक दवाओं के सेवन से भी किडनी की समस्या होती है, इसलिए अपने मन से दवाओं का सेवन नहीं करें.